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November, 2016
शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय में महिला सशक्तिकरण कार्यशाला सम्पन्न
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शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय में महिला सशक्तिकरण कार्यशाला सम्पन्न

० छत्तीसगढ़ महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती हर्षिता पाण्डेय मुख्य अतिथि
राजनांदगांव । प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी शा.दि.महा.के महिला उत्पीडऩ एवं विकास समिति द्वारा महिला सशक्तिकरण पर एकदिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। जिसके तहत महिला अधिकारो से छात्राओं को अवगत कराकर जागरूक किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में छ.ग. महिला आयोग की अध्यक्ष, श्रीमती हर्षिता पाण्डेय, विशिष्ट अतिथि के रूप में छ.ग. महिला आयोग की सदस्य डॉ. रेखा मेश्राम व श्रीमती पदमा चंद्राकर,  शा.दि.महा.के पूर्व प्राचार्य डॉ. हेमलता मोहबे, शंकराचार्य महाविद्यालय के प्राचार्य  डॉ. रक्षा सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती शानु मोहन व रत्ना ओस्तवाल, पूर्णिमा साहू एवं शासकीय कमलादेवी राठी महिला महाविद्यालय राजनांदगांव के प्राचार्य डॉ. बी.एन.मेश्राम उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता, छ.ग. समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष श्रीमती शोभा सोनी ने की।
आरंभ में सरस्वती माता के तैलचित्र पर माल्यार्पण व वंदना हुआ। कॉलेज कें प्राचार्य आर.एन. सिंह ने कहा कि महिला भगवान द्वारा बनाया गया सर्वश्रेष्ठ कृति है। वर्तमान समय में समाज की हर क्षेत्र मेंं महिला की भूमिका महत्वपूर्ण स्थान रखती है। उन्होनें नें अतिथियों को कार्यक्रम में शामिल होने के लिए धन्यवाद दिये और छात्राओं सेे अपने शिक्षा मुल्यों की रक्षा करने की अपील किये।
मुख्य अतिथि रहे छ.ग. महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती हर्षिता पाण्डेय ने युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत स्वामी विवेकानंद जी को याद करते हुए कहा कि महिला सशक्तिकरण गंभीरता का विषय है। एक महिला ही महिला की सबसे बड़ी रक्षक होती है। महिला परिवार के साथ हमेशा रहती है और यह उसके प्राकृतिक गुणों में होती है। वर्तमान समय में परिवार के हर निर्णय प्रक्रिया में महिला की भूमिका सुनिश्चित हो। हमारे घरों की गृहणिया सर्वोच्च सम्मान का हकदार होती है। उन्होने बताया कि महिलाओं को बिना महिला आरक्षक के तथा सूर्यास्त के बाद और सूर्योदय के पहले गिरिफ्तार नही किया जा सकता। जीरो एफ.आई.आर. एवं ३५४ धारा कीे छात्रों को जानकारी दी। समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष, श्रीमती शोभा सोनी ने कहा कि समाज के बुराई को दूर करने के लिए सबको आगे आना चाहिए। उन्होने बताया कि सकारात्मक सोच के साथ महिलाओ को अपनी समस्या के समाधान करने की जरूरत है। शंकराचार्य महाविद्यालय भिलाई के प्राचार्य, डॉ. रक्षा सिंह ने अपने अधिकारो का सही उपयोग करने की बात कही। शा.दि.मा.के पूर्व प्राचार्य हेमलता मोहबे ने कहा कि असमाजिक तत्वो से स्वयं की सुरक्षा की सोच रखे। महिला हेल्प-लाइन नं. का उपयोग करें।
प्रारंभ में कार्यक्रम की संयोजक, डॉ. अंजना ठाकुर ने प्रतिवेदन में बताया कि समिति द्वारा समय पर कई गतिविधियां आयोजित की जाती है। ताकि छात्राओं को जागरूक किया जा सकें। छात्रसंघ अध्यक्ष प्रीति वैष्णव ने कार्यक्रम से अधिक से अधिक लाभ लेने की अपील की। संचालन व आभार व्यक्त डॉ. बी.एन.जागृत द्वारा किया गया। इस मौके पर कॉलेज के समस्त महिला प्राध्यापक उपस्थित थे। बड़ी संख्या में छात्राएं कार्यशाला में शामिल हुए।

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