शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग के अंतर्गत अतिथि व्याख्यान का आयोजन प्राचार्य डाॅ. आर.एन.सिंह के निर्देशन में किया गया जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर महाविद्यालय, दुर्ग से प्राध्यापक डाॅ. पद्मावती उपस्थित हुई, कार्यक्रम का प्रारम्भ माँ सरस्वती के तैलचित्र पर माल्यापर्ण द्वारा हुआ। प्राध्यापक डाॅ. पद्मावती ने भारत के परिपेक्ष में श्भुगतान सन्तुलनश् पर व्याख्यान प्रस्तुत करते हुए कहा कि व्यापार सन्तुलन के अंतर्गत आयातों व निर्यातों का विस्तृत विवरण रहता है, जो आयातों व निर्यातों के अंतर को स्पष्ट करता है। भारत योजना काल में असन्तुलित व्यापार की समस्या से ग्रसित रहा है साथ ही उन्होने असन्तुलन के विभिन्न कारणों को बताते हुए उसके निराकरण के सुझााव में निर्यातों को बढ़ावा, आयातों पर प्रतिबन्ध, देश में आयात प्रतिस्थापन को बढ़ावा, भारत के निवासियों को भारत में धन भेजने के लिए प्रोत्साहित किया जाना जैसे तत्वों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में विभाग की विभागाध्यक्ष डाॅ. चन्द्रिका नाथवानी, डाॅ. (श्रीमती) सुमीता श्रीवास्तव, प्रो. मीना प्रसाद, अतिथि व्याख्याता श्री गितेन्द्र चैहान, कु. डाॅली अग्रवाल, कु. वैजन्त्री तामस्कर व बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।