05
March, 2017
समाज कार्य विभाग द्वारा महावीर समता वृद्धा आश्रम में किया अवलोकन कार्यक्रम।
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समाज कार्य विभाग द्वारा महावीर समता वृद्धा आश्रम में किया अवलोकन कार्यक्रम।

समाज कार्य विभाग द्वारा वृद्धा आश्रम का अवलोकन कार्यक्रम प्राध्याक श्री विजय मानिकपुरी एवं दिलीप साहू के नेतृत्व में किया गया। प्रारंभ में छात्रों द्वारा सभी वृद्धों का व्यक्तिगत रूप से स्वास्थगत, सामाजिक, मानसिक एवं आर्थिक बिन्दुओं पर अध्ययन किय गया।
अवलोकन के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए सर्वप्रथम महाविद्यालय के प्राध्यापक विजय मानिकपुरी द्वारा कहा गया कि आज वर्तमान समय में वृद्धों के प्रति जो समाज में हिनता एवं अत्याचार की भावना पनप रहा है। वह समाज के लिए बड़ी चुनौतीपूर्ण एवं दुखद है। आज वृद्धों को अपमानित होकर, विवश होकर तथा मजबूरियों में घर छोड़ना पड़ रहा है। आज समाज कार्य के द्वारा वृद्धों के भावनाआंे तथा उनके विचारों को समझकर समाज की मुख्यधारा मंे साथ-साथ चलने के लिए अपने आस-पास वातावरण में जागरूकता लाना एवं समाज को वृद्धों के प्रति सम्मान भावना विकसित करने हेतु व्यवहार परिवर्तन करना तथा समंजस्य बनाना आज जरूरी है।
कार्यक्रम में उपस्थित आश्रम के प्रबंधक कपूरचंद उईके वहाँ पंजीकृत सदस्य श्रीमती गीता खण्डेलवाल, नईम खान, प्रेम लाल साहू, प्रमिला सचदेव, प्रभा यादव, दिग्विजय महाविद्यालय के प्राध्यापक श्री विजय मानिकपुरी, दिलीप साहू का स्वागत अभिनंदन छात्रों द्वारा किया गया।
उद्बोधन में प्रबंधक ने बताया कि आज तो स्थिति निर्मित हुई है, परिवारों द्वारा वृद्धों का वृद्धा आश्रम में छोड़कर चले जाते हैं जो भारतीय समाज तथा संस्कृति के खिलाफ है। ये सारी चीजे दिनों-दिन बड़ती जा रही है। इसे बड़ने या समाप्त करने के लिए छात्रों से कहा कि अपने आस-पास के सभी बुजुर्गाें को सम्मान दें तथा भेदभाव को रोकने एवं हमेशा सहयोग करने का आव्हान किया।
मणी बाई ने रामायण प्रसंग के द्वारा छात्रों को संदेश दिया कि आप लगातार सामाजिक क्षेत्रों में कार्य करते रहें तथा वृद्धों के खिलाफ होने वाले भेद-भाव को समाप्त करें।
प्रो. दिलीप साहू ने कहा कि आज जो परिस्थिति वृद्धों के साथ खड़ी गई है, उसे समाप्त कर उन्हें परिवार तथा उनकी संतानों के साथ जुड़े, वृद्धों के प्रति सम्मान, व्यवहार एवं आदर पूर्वक व्यवहार करें।
तत्पश्चात नईम खान ने अपने कविता गीत के माध्यम से छात्रों को जीवन का सार बताया। मणी बाई ने होली गीत पिचका ल ेले पिचका ले…. ले… गाकर छात्रों का मन मोह लिया।
तत्पश्चात समाजकार्य के छात्रों ने सामूहिक रूप से भजन, गीत, होली गीत, डाँस आदि कार्यक्रम प्रस्तुत कर वृद्धों का मनोरंजन किया। इसके बाद वृद्धा आश्रम के वृद्धों को साड़ी, पैन्ट शर्ट एवं दैनिक उपयोगी सामानों के भेटकर वृद्धों का आशीर्वाद लिया। तथा छात्रों ने संकल्प किया की आज से हमारे आस-पास होने वाले वृद्धों के प्रति भेदभाव व दुव्र्यव्हारों को समाप्त कर संयुक्त परिवार की प्रथा को कायम रखने हेतु वचनबद्ध हुए। सभी वृद्धों को फल वितरण किये तथा भोजन परोसकर खाना खिलाया गया। तत्पश्चात वृद्धों के पुनः आर्शीवाद लेकर वृद्धा आश्रम प्रबंधन का धन्यवाद किया गया। अवलोकन में हुमेश्वर प्रसाद, अनिकेत, भरत, शक्ति, अमीत, लाभिका, सुभानी, अरविन्द, दीपक, महेश, मुकेश, तरूण, प्रमोद, रविशंकर, कावेरी, प्रवीण, सुनिल, नंदकुमार, भावना, छत्रपाल, मीरा, संजु, रूखमणी, झग्गर, आशिष, चन्द्रप्रभा, प्रतिक्षा आदि उपस्थ्ति हुए।

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