दिग्विजय कॉलेज में हुईं स्वीप प्लान की प्रतियोगिताएँ – जिला स्तरीय वाद-विवाद में अंकिता और परिचर्चा में देवेन्द्र अव्वल
राजनांदगांव, भारत निर्वाचन आयोग नई दिल्ली के निर्देशों के अनुरूप शासकीय दिग्विजय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय में जिला स्तरीय परिचर्चा, वाद-विवाद एवं निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्राचार्य डाॅ.आर.एन.सिंह ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। उन्होंने लोकतंत्र में मतदाता की जागरूकता तथा मतदान के महत्व को सर्वोपरि बताते हुए युवाओं की सहभागिता का विशेष आव्हान किया। प्रतियोगी वक्ताओं को स्वीप कार्यक्रम में मतदाता शिक्षा तथा मतदान प्रतिशत के इजाफे को लेकर सार्थक जानकारी देते हुए कार्यक्रम का प्रभावी संचालन एवं सूत्र संयोजन डाॅ.चन्द्रकुमार जैन ने किया। स्वीप प्लान की जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं के संयोजक डाॅ.शैलेन्द्र सिंह सहित अनेक प्राध्यापक इस अवसर पर विशेष रूप से उपस्थित थे।
प्राचार्य डाॅ.सिंह ने विजेताओं को पुरस्कृत किया। स्वीप योजना की परिचर्चा का विषय था – अधिनायक तंत्र में मीडिया तथा व्यक्ति की स्वतंत्रता शासन की इच्छा पर निर्भर होती है। परिचर्चा में विद्यार्थियों ने विषय की मांग के अनुरूप सराहनीय प्रस्तुति दी। परिचर्चा में प्रथम पुरस्कार 2000 रू. शासकीय बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर महाविद्यालय, डोंगरगांव के देवेन्द्र पटेल ने तथा द्वितीय पुरस्कार 1000 रू. शासकीय दिग्विजय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय के जितेन्द्र कुमार ने प्राप्त किया वाद-विवाद प्रतियोगिता का विषय था- इस सदन की राय में लोकतंत्र को सफल बनाने हेतु जनभागीदारी आवश्यक है। वाद-विवाद के पक्ष एवं विपक्ष में वजनदार विचार रखते हुए प्रतिभागियों ने अपनी अभिव्यक्ति क्षमता का परिचय दिया। वाद-विवाद में प्रथम पुरस्कार-2000 रू. शासकीय दिग्विजय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय की छात्रा कु.अंकिता तोतवानी ने तथा द्वितीय 1000 रू. शासकीय बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर महाविद्यालय, डोंगरगांव के प्रतियोगी देवेन्द्र पटेल ने प्राप्त किया।
उक्त अवसर पर प्राध्यापकगण डाॅ.प्रीतिबाला टांक, डाॅ.बी.एन.जागृत, डाॅ.जेनामणी, डाॅ.अंजू झा, डाॅ.द्विव्या देशपाण्डे, डाॅ.नीलम तिवारी, कु.देवश्री चावड़ा तथा जिले के काॅलेजों के प्राध्यापक उपस्थित थे। प्रतिभागी विद्यार्थियों ने कार्यक्रम के दौरान सराहनीय लगन का परिचय दिया।