कुंजबिहारी चौबे जन्मशताब्दी मनाई गई
शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय में कुंजबिहारी चौबे जन्मषताब्दी मनाई गई । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्री दामोदर प्रसाद त्रिपाठी विषेश अतिथि के रूप में श्री चौबे के परिवार से श्री भारत भुशण शर्मा एवं श्रीमती करूणा शर्मा एवं श्री निषीकांत त्रिपाठी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन करते हुए डाॅ षैलेन्द्र सिंह ने श्री कुुुंज बिहारी चौबे की जीवनी पर तथा स्वतंत्रता संग्राम में श्री दामोदर प्रसाद त्रिपाठी के योगदान पर प्रकाष डाला। प्राचार्य डाॅ.आर.एन.सिंह.ने कहा की आवष्यकता है एसे महापुरूशों के कार्यो पर चर्चा आयोजित करते हुए उनके योगदान को पुस्तक के रूप में प्रकाषित किया जाये। श्री भारत भुशण षर्मा ने कुंजबिहारी चौबे के पारिवारिक जीवन पर प्रकाष डाला ताथा उनकी कविता का पाठ भी किया उन्होने बताया की श्री चौबे ने छत्तीसगढ़ी में भी गीत लिखे उनकी रचनाओं में आंचलिक जन-जीवन की सुरीली मादक और सार्थक उदभावना थी। श्री निषिकांत त्रिपाठी ने कहा की ब्राम्हण परिवार में जन्मे इस युवक का केवल एक धर्म था और वह था -राश्ट्र धर्म। उन्होने अपनी देष भक्ति पुर्ण रचनाओं से राश्ट्र साधना की। उनकी प्रगतिषील रचनाओं मे ’’ निराला और दिनकर’’ की ध्वनि अनुगुंजित होती है। धन्यवाद ज्ञापन प्रो.पी.डी.सोनकर द्वारा किया गया। इस अवसर पर अतिथियों का षाल श्रीफल से सम्मान प्राचार्य डाॅ. आर.एन.सिंह , डाॅ.अंजना ठाकुर, डाॅ.बी.एन.जागृत,प्रो.सुरेष पटेल द्वारा किया गया