आज दिनांक 11.07.2017 को शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग में विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर निबंध तथा परिचर्चा का आयोजन किया गया। जिसमें महाविद्यालय के विभिन्न कक्षा के विद्यार्थियों ने भाग लिया। निबंध तथा परिचर्चा का शीर्षक था ’’ जनसंख्या और पर्यावरण में अन्र्तसम्बन्ध।
विभाग की विभागाध्यक्ष डाॅ. चन्द्रिका नाथवानी ने कार्यक्रम का संचालन करते हुये जनसंख्या और पर्यावरण में अन्र्तसम्बन्ध पर अपने विचार रखे तथा महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. आर.एन. सिंह ने विद्यार्थीयों को सम्बोधित करते हुए बताया कि बढ़ती जनसंख्या का सीधा असर प्राकृतिक संसाधनों पर पड़ता है। संसाधनों को बचाने हेतु लोगों को जागरूक करना आवश्यक है।
परिचर्चा में भाग लेते हुए एम.ए. तृतीय सेमेस्टर अर्थशास्त्र के विद्यार्थी गौरव सुराना ने पर्यावरण को बचाने हेतु पौधारोपण को आवश्यक बताया। कमलेश्वर प्रसाद ने पेड़ पौधों की कटाई को रोकने की आवश्यकता बताई। हरीश चन्द्राकर एम.ए. चतुर्थ सेमेस्टर समाजशास्त्र के विद्यार्थी ने पर्यावरण और जनसंख्या में तालमेल की आवश्यकता को जरूरी बताया गायत्री साहू एम.ए. हिन्दी के छात्रा ने जनसंख्या और पर्यावरण को एक दूसरे का पूरक कहां। कमलेश साहू बी.एस.सी. अंतिम गणित के विद्यार्थी ने जनसंख्या वृद्वि विश्व की एक ज्वलत समस्या कहां। देवानन्द कौशिक एम.एस.सी. तृतीय सेमेस्टर जन्तु विज्ञान के विद्यार्थी ने सरकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वक की आवश्यकता बताई।
उक्त परिचर्चा में देवानन्द कौशिक एम.एस.सी. तृतीय सेमेस्टर जन्तु विज्ञान के विद्यार्थी ने प्रथम स्थान एम.ए. अर्थशास्त्र तृतीय सेमेस्टर के विद्यार्थी गौरव सुराना ने द्वितीय तथा कमलेश्वर प्रसाद ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम में अर्थशास्त्र विभाग के प्राध्यापक डाॅ.(श्रीमती) सुमिता श्रीवास्तव ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर विभाग के प्राध्यापक श्रीमती मीना प्रसाद डाॅ. महेश श्रीवास्तव उपस्थित रहे।